Diwali Puja Vidhi | Goddess Lakshmi Mantras according to your Sun Sign | Diwali Puja Samagri

दीपावली कार्तिक अमावस्या को मनाये जाना वाला एक पवित्र त्यौहार है जो व्यक्ति को धर्म , अर्थ , काम और मोक्ष प्रदान करता है | धन और ऐश्वर्य की देवी महालक्ष्मी व्यक्ति की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली है |

यदि पूर्ण श्रद्धा और सही ढंग से माँ की आराधना की जाये तो माँ का आशीर्वाद ना मिले ऐसा हो ही नहीं सकता |

आज हम आप को बताएँगे की आप कैसे सरल रूप में माँ की पूजा करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है |

दीपावली पूजन सामग्री :-

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महालक्ष्मी पूजन में लक्ष्मी व गणेश जी का चित्र या प्रतिमा , रोली, इलायची, धूप, कपूर, अगरबत्तियां, दीपक, रुई, कलावा, शहद, दही, गंगाजल, फूल, जौ, गेहूँ, दूर्वा, चंदन, सिंदूर, घृत, पंचामृत, दूध, मेवे, खील, बताशे, गंगाजल, यज्ञोपवीत,कुमकुम, चावल, पान, सुपारी, लौंग, लाल या पिले वस्त्र, इत्र, चौकी, कमल गट्टे की माला या कमल का फूल शंख, आसन, थाली, मिष्ठान्न, फल, 11, 21 या 31 दीपक इत्यादि वस्तुओं को पूजन के
समय रखना चाहिए।

दीपावली पूजन विधि:-

इस दिन सुबह उठने के बाद नहाने के पानी में थोड़ा गंगाजल और 1 चुटकी हल्दी मिला कर नहाये | उस के पश्चात् इस संसार के पालनहार श्री हरी और माँ लक्ष्मी का ध्यान करे और उनके सामने 13 चन्दन की अगरबत्तियां जलाये और विष्णु चलिए और कनकधारा स्त्रोत का पाठ करे | पाठ के पश्चात् पुरे घर में लोगान की धुप दिखाए |

अगर संभव हो तो इस दिन अपने घर में विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करवाए | शास्त्रों में लिखा हुआ है की माता लक्ष्मी वही रहती है जहाँ उनके पति श्री हरी का वास होता है क्योंकी एक ब्याहता स्त्री अपने पति के साथ ही रहती है |

संध्या काल में शुभ मुहूर्त में जिस स्थान पर आप को पूजा करनी हो उस जगह पर पवित्र गंगाजल डाल कर उसे पवित्र कर ले और वह 1 चौकी लगाए | चौकी को भी गंगाजल से पवित्र करे और उस पर लाल या पिले रंग का वस्त्र बिछाये और उस पर चावल की 3 ढेरी बनाये| सबसे पहले भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित करे फिर उनके बाए हाथ की तरफ माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करे और आखरी चावल की ढेरी पर गणेश जी की स्थापना करे | फिर हाथ में जल लेकर इस मंत्र को बोलते हुए मूर्तियों पर छिड़के

“ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपि वा। य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: वाह्याभंतर: शुचि:।।”

इस के पश्चात् आसान लगा कर बैठ जाये | सबसे पहले श्री गणेश जी का मंत्र ” ॐ गंग गणपते नमः “ बोलते हुए उनका ध्यान करे और उन्हे रोली चावल से तिलक करे | उनसे प्रार्थना करे की हे रिद्धि सिद्धि के स्वामी, हे सब कामो को सिद्ध करने वाले गणेश जी मेरे सभी कामो को सिद्ध कीजिये और मेरे घर में अपनी पत्नियों रिद्धि और सिद्धि के साथ निवास कीजिये |

इसके बाद भगवान विष्णु का रोली चावल से तिलक करे और ” ॐ नारायणाय नमः ” का जाप करते हुए उनका ध्यान करे और उनके सामने अपनी इच्छा व्यक्त कर उनका आशीर्वाद मांगे |

सबसे आखिर में माँ लक्ष्मी को रोली चावल का टिका करे, उन्हे पुष्प, श्रृंगार का सामान,मेवे ,खील बताशे,इत्र ,कमल का फूल, पान, सुपारी आदि माँ और जो भी भेट आप माता को चढ़ाना चाहते है वो माँ को सम्पर्पित करे |

इसके पश्चात् 11,21,या 31 तेल या घी के दिए जला कर सबसे पहले गणेश जी की, फिर विष्णु जी की और फिर माँ महालक्ष्मी की आरती करे और आरती के पश्चात् उनसे क्षमा प्रार्थना करे |

दीपावली पर क्या ना करे:-

1. माता लक्ष्मी शादी शुदा स्त्री है इस लिए उनकी पूजा में काळा और गहरे नीले रंग का प्रयोग ना करे |
2. दिवाली घर के अंदर जो भी फालतू सामान है जिनका आप उपयोग नहीं करते उन्हे घर से बहार निकल दीजिये |
3. घर के मुख्य द्वार के आसपास किसी भी प्रकार की गन्दगी नहीं होनी चाहिए ।
4. घर में उस दिन तामसिक चीज़े अर्थार्त मॉस मछी आदि का प्रयोग ना करे |
5. घर में कोई भी टुटा हुआ दर्पण या रुकी हुई घडी नहीं होनी चाहिए |

दीपावली पर क्या विशेष करे :-

1. माँ लक्ष्मी आप के घर पर स्थायी रूप से रहे इसके लिए माँ लक्ष्मी की चरण पादुका को अपने मंदिर में स्थापित करे |
2. घर के मंदिर में कुबेर कलश को स्थापित करे |
3. घर से नेगेटिव ऊर्जा दूर करने के लिए उस दिन घर में सेंधे नमक का पौछा लगवाए |
4. घर के मुख्या द्वार पर फूलो और रंगो भरी रंगोली अवश्य बनाये |
5. जिन दियो से आप माँ की आरती वह लाल या हरे रंग के हो |

कौन से राशि वालो को माँ का कौन सा मंत्र करे:-

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1. मेष राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 11 माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ नमष्चण्डिकाये नमः”

2. वृषभ राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 5 माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ श्रीं ह्रीं महालक्ष्म्यै कमलधारिण्यै स्वाहा”

3. मिथुन राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम २१ माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ श्री महालक्ष्म्यै नमः”

4. कर्क राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 11 माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ सर्वबाधा विर्निमुक्तो धनधान्यसुतान्वित:। मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय:।।“

5. सिंह राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 7 माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं।।”

6. कन्या राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 9 माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥”

7. तुला राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 15 माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी नम:”

8. वृश्चिक राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 21 माला जाप करे |

मंत्र :- “ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नमः स्वाहा।।”

9. धनु राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 5 माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नम:”

10. मकर राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 11 माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी नारायणाय नम:।”

11. कुम्भ राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 11 माला जाप करे |

मंत्र :- “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:”

12. मीन राशि – इस राशि के जातक माँ का अधिक से अधिक आशीर्वाद पाने के लिए माँ के इस मंत्र की कम से कम 11 माला जाप करे |

मंत्र :- ॐ लक्ष्मी वं, श्री कमला धरं स्वाहा।

जिन लोगो को अपनी राशि नहीं पता वह माँ महालक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए लक्ष्मी गायत्री मंत्र का जाप करे |

मंत्र- ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥

 

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