रौनक और प्रकाश से जगमगाते खुशियों के त्यौहार दीपावली से ठीक एक दिन पहले आती है नरक चतुर्दशी। नरक चतुर्दशी का पर्व कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली, रूप चौदस और रूप चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन का अधिक महत्व होता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण, यमराज, हनुमान जी और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

नरक चतुर्दशी पर करें ये सरल उपाय :-

  • नरक चतुर्दशी के दिन लाल चंदन, गुलाब के फूल और रोली के पैकेट की पूजा करके उसे एक लाल वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रखें। ऐसा करने से धन में लाभ होता है।
  • नरक चतुर्दशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि कार्य कर लें। इसके बाद यमराज का तर्पण करके तीन अंजलि जल अर्पित करना चाहिए।
  • इस दिन विष्णु मंदिर या कृष्ण मंदिर में जाकर भगवान के दर्शन और पूजा-अर्चना करने से मनुष्य के सभी पापों का नाश होता है।
  • शाम के वक्त दीपदान करने से साल भर माँ लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।
  • सनत संहिता के अनुसार नरक चतुर्दशी के दिन यमराज के नाम से दीपदान करने पर पितरों को स्वर्ग का मार्ग दिखता है और उनको नरक से मुक्ति मिल जाती है।
  • लिंग पुराण के अनुसार इस दिन उड़द के पत्तों का साग बनाने और भोजन करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्त मिल जाती है।

 

दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त जानने के लिए संपर्क करे इस नंबर पर +91-9599955918

Facebook Comments